प्राक्कथन
समस्त आगम ग्रन्थों में दश महाविद्याओं (काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुरभैरवी, धूमावती, बगला, मातंगी एवं कमलात्मिका) का वर्णन पाया जाता है, जिनमें बगलामुखी का स्थान सर्वोपरि है । इनकी साधना के फलस्वरूप साधक के सम्पूर्ण शत्रुओं का उन्मूलन होता है । अत इन्हें शत्रुसहारिणी देवी कहने में भी किसी प्रकार की अतिशयोक्ति नही होगी ।
प्रस्तुत पुस्तक बगलामुखी साधना पद्धति में इनके षोडशोपचार पूजन, मन्त्रसिद्धि प्रयोग, स्तोत्रपाठ, कवच, पुरक्षरण आदि विषयों पर विशद व्याख्या की गयी है । इसके साथ ही इसमें बगलामुखी सहस्त्र नामावली का भी समावेश कर दिया गया है । इस नामावली के सर्फ स्वाहाकार मन्त्र हवन के निमित्त प्रयुक्त होते हैं । अब केवल इस एक पुस्तक से ही पाठकों को सम्पूर्ण विधियों का अभिज्ञान हो जायगा । किसी अन्यपुस्तक के क्रय करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । पाठकों की सुविधा क्य ध्यान में रखते हुए ही इस प्रकार का समायोजन किया गया है ।
इसके अतिरिक्त पूजन काल में प्रयुक्त होने वाले सभी आवश्यक मुद्राओं के लक्षण सरल हिन्दी भाषा में दे दिये गये हैं जो अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे । अब तक अन्य स्थानों में मुद्राओं के जो लक्षण पाये गये है. प्राय संस्कृत के मूलरूप में ही देखने को मिलते हैं । असंस्कृतभाषी पाठकों के लिए वे सभी निरर्थक एवं अनुपयोगी सिद्ध हो रहे थे । अब केवल इस पुस्तक व्याख्या के द्वारा पुस्तक की अत्यधिक उपयोगिता बढ़ गयी है । अतएव हिन्दी जगत् में यह पुस्तक अपने आप में अद्वितीय है ।
पुस्तक प्रकाशन की निरन्तरता ही प्रकाशक की लगनशीलता एवं जागरूकता का परिचायक हुआ करता है । अत इसके लिए श्रीकृष्णदास अकादमी चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी के अधिष्ठाता श्री टोडरदासजी गुप्त धन्यवाद के पात्र हैं जिनकी तत्परता के परिणामस्वरूप संस्थान द्वारा निर्वाध गति से प्रकाशन होता रहता है ।
अनुक्रमणिका |
||
1 |
बगला स्तुति |
|
2 |
बगलासाधना पूजा विधि |
1 |
3 |
षटर्क्मादिक हवन एवं यन्त्रलेखन विधि |
11 |
4 |
अथ बगलामुखी कवचम् |
13 |
5 |
अथ बगलाहृदयस्तोत्रम् |
20 |
6 |
अथ बगलामुखीशतनामस्तोत्रम् |
25 |
7 |
बगलामुखी सहस्रनामस्तोत्रम् |
28 |
8 |
बगलामुखी सहस्रनामावलि |
43 |
9 |
अथ बगलामुखीस्तोत्रम् |
61 |
10 |
षोडशोपचार बगला पूजन |
64 |
11 |
बगलामन्त्रसाधना विधि |
73 |
12 |
बगलाजन्मोत्पत्तिरहस्यम् |
80 |
13 |
बगलामुखी दीपदान विधि |
82 |
14 |
अथ बगलामुखी ब्रह्मास्त्रम् |
84 |
15 |
बगला नित्यार्चन विधि |
88 |
16 |
बलिदानम् |
108 |
17 |
षट्कर्मों हेतु बगलामुखी के प्रयणोत्मक मन्त्र |
110 |
18 |
अथ पीताम्बरोपनिषत् |
114 |
19 |
बगलामुखीतन्दम् |
116 |
20 |
बगलामुखी चालीसा |
118 |
21 |
श्रीबगलामुखी की आरती |
121 |
22 |
बगलामुखी पूजन सामग्री |
122 |
23 |
सिद्धिप्राप्ति हेतु बगलामुखी के हवनीय द्रव्य |
123 |
24 |
बगलामुखी पूजन यन्त्रम् |
124 |
प्राक्कथन
समस्त आगम ग्रन्थों में दश महाविद्याओं (काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुरभैरवी, धूमावती, बगला, मातंगी एवं कमलात्मिका) का वर्णन पाया जाता है, जिनमें बगलामुखी का स्थान सर्वोपरि है । इनकी साधना के फलस्वरूप साधक के सम्पूर्ण शत्रुओं का उन्मूलन होता है । अत इन्हें शत्रुसहारिणी देवी कहने में भी किसी प्रकार की अतिशयोक्ति नही होगी ।
प्रस्तुत पुस्तक बगलामुखी साधना पद्धति में इनके षोडशोपचार पूजन, मन्त्रसिद्धि प्रयोग, स्तोत्रपाठ, कवच, पुरक्षरण आदि विषयों पर विशद व्याख्या की गयी है । इसके साथ ही इसमें बगलामुखी सहस्त्र नामावली का भी समावेश कर दिया गया है । इस नामावली के सर्फ स्वाहाकार मन्त्र हवन के निमित्त प्रयुक्त होते हैं । अब केवल इस एक पुस्तक से ही पाठकों को सम्पूर्ण विधियों का अभिज्ञान हो जायगा । किसी अन्यपुस्तक के क्रय करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी । पाठकों की सुविधा क्य ध्यान में रखते हुए ही इस प्रकार का समायोजन किया गया है ।
इसके अतिरिक्त पूजन काल में प्रयुक्त होने वाले सभी आवश्यक मुद्राओं के लक्षण सरल हिन्दी भाषा में दे दिये गये हैं जो अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे । अब तक अन्य स्थानों में मुद्राओं के जो लक्षण पाये गये है. प्राय संस्कृत के मूलरूप में ही देखने को मिलते हैं । असंस्कृतभाषी पाठकों के लिए वे सभी निरर्थक एवं अनुपयोगी सिद्ध हो रहे थे । अब केवल इस पुस्तक व्याख्या के द्वारा पुस्तक की अत्यधिक उपयोगिता बढ़ गयी है । अतएव हिन्दी जगत् में यह पुस्तक अपने आप में अद्वितीय है ।
पुस्तक प्रकाशन की निरन्तरता ही प्रकाशक की लगनशीलता एवं जागरूकता का परिचायक हुआ करता है । अत इसके लिए श्रीकृष्णदास अकादमी चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी के अधिष्ठाता श्री टोडरदासजी गुप्त धन्यवाद के पात्र हैं जिनकी तत्परता के परिणामस्वरूप संस्थान द्वारा निर्वाध गति से प्रकाशन होता रहता है ।
अनुक्रमणिका |
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1 |
बगला स्तुति |
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2 |
बगलासाधना पूजा विधि |
1 |
3 |
षटर्क्मादिक हवन एवं यन्त्रलेखन विधि |
11 |
4 |
अथ बगलामुखी कवचम् |
13 |
5 |
अथ बगलाहृदयस्तोत्रम् |
20 |
6 |
अथ बगलामुखीशतनामस्तोत्रम् |
25 |
7 |
बगलामुखी सहस्रनामस्तोत्रम् |
28 |
8 |
बगलामुखी सहस्रनामावलि |
43 |
9 |
अथ बगलामुखीस्तोत्रम् |
61 |
10 |
षोडशोपचार बगला पूजन |
64 |
11 |
बगलामन्त्रसाधना विधि |
73 |
12 |
बगलाजन्मोत्पत्तिरहस्यम् |
80 |
13 |
बगलामुखी दीपदान विधि |
82 |
14 |
अथ बगलामुखी ब्रह्मास्त्रम् |
84 |
15 |
बगला नित्यार्चन विधि |
88 |
16 |
बलिदानम् |
108 |
17 |
षट्कर्मों हेतु बगलामुखी के प्रयणोत्मक मन्त्र |
110 |
18 |
अथ पीताम्बरोपनिषत् |
114 |
19 |
बगलामुखीतन्दम् |
116 |
20 |
बगलामुखी चालीसा |
118 |
21 |
श्रीबगलामुखी की आरती |
121 |
22 |
बगलामुखी पूजन सामग्री |
122 |
23 |
सिद्धिप्राप्ति हेतु बगलामुखी के हवनीय द्रव्य |
123 |
24 |
बगलामुखी पूजन यन्त्रम् |
124 |