यहाँ सन्दर्भ पुस्तक वैदिक ज्ञान भंडार (भगवद गीता, श्रीमद भागवतम, चैतन्य चरणामृत और अन्य आध्यात्मिक रचनाओं ) के युगांतकारी रत्नों से चुने गए श्लोकों का एक संकलन है! इस पुस्तक में मूल संस्कृत पाठ, रोमन लिप्यान्तरण, अंग्रेजी सा, समानार्थी शब्द और देवतुल्य कृपालु ए . सी . भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा किये गए अनुवाद शामिल है! ये श्लोक कलियुग रूपी इस अंधकारमय वन में अपने प्रकाश से आध्यात्मिक पाठ को प्रकाशित करने वाली मशाल प्रदान करती है! इन सशक्त श्लोकों का जाप करने वाले व्यक्ति का चित्त भक्ति से परिपूर्ण होकर स्थिर और शांत हो जाता है !
यहाँ सन्दर्भ पुस्तक वैदिक ज्ञान भंडार (भगवद गीता, श्रीमद भागवतम, चैतन्य चरणामृत और अन्य आध्यात्मिक रचनाओं ) के युगांतकारी रत्नों से चुने गए श्लोकों का एक संकलन है! इस पुस्तक में मूल संस्कृत पाठ, रोमन लिप्यान्तरण, अंग्रेजी सा, समानार्थी शब्द और देवतुल्य कृपालु ए . सी . भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा किये गए अनुवाद शामिल है! ये श्लोक कलियुग रूपी इस अंधकारमय वन में अपने प्रकाश से आध्यात्मिक पाठ को प्रकाशित करने वाली मशाल प्रदान करती है! इन सशक्त श्लोकों का जाप करने वाले व्यक्ति का चित्त भक्ति से परिपूर्ण होकर स्थिर और शांत हो जाता है !