लेखिका के विषय में
निवेदन
चीजों के बार-बार प्रयोग से उनमें छोटी-मोटी खराबी आ जाती है या वे बेकार-सी हो जाती हैं। अगर उनके रख-रखाव में थोडी-रवी सावधानी बरती जाए तो वे लम्बे समय तक उपयोगी रह सकती हैं। यदि उन्हें ठीक नहीं किया जा सकता, तो उन से कुछ नया अवश्य बनाया जा सकता है।
गृहिणियाँ अचार, आइसक्रीम, जैम, जेली आदि बनाते समय रसोई में कुछ बातों का ध्यान रखें तो ये चीजें ज्यादा टिकाऊ और अच्छी बन सकती हैं। कपड़ों पर पड़े दाग व आभूषणों की सफाई भी एक समस्या है जिसके लिए बाहर पैसे खर्च करने पड़ते हैं। गरम व साधारण कपडों की धुलाई, सिलाई और रख-रखाव, सामानों से आती दुर्गध, मन्की, मच्छर और कीड़ों से सुरक्षा जैसी अनेक बातें अक्सर हमारे सामने आती हैं। इनके अलावा कमरे के फर्नीचर, प्लास्टिक के सामान, दीवार खिडकियाँ दरी-गलीचे हमेशा साफ सुंदर और नए दिखे, इसका भी सभी को शौक होता है।
फिसलन भरे बाथरूम में, गलते साबुन से नहाना कोई भी पसंद नहीं करता। यदि समस्या से मुक्ति पाने का छोटा-सा आसान उपाय सामने हो तो कौन नहीं आजमाना चाहेगा? चमचमाते जूते और साफ मोजे पहनना किरने नहीं पसंद? इन सबके लिए बार-बार पैसे लगाना या खराब हो जाने पर फेंक देना कहीं तक सभव है?
इसलिए इस पुस्तक में, ऐसी सभी समस्याओ के समाधान, लगभग 2000 से भी अधिक छोटे, सरल और व्यावहारिक उपाय बताए गए हैं। जो बहुत कम खर्च में, घर मे ही आजमाए जा सकते हैं।
रोजमर्रा की ऐसी परेशानियाँ और समस्याए यदि आसानी से हल हो जाए तो कितना अच्छा है! चीजों की सुरक्षा और पैसे की बचत दोनो होंगी।
इस दृष्टि से यह पुस्तक पाठकों के लिए बहुत उपयोगी है इस पुस्तक में ऐसी समस्याओं के सरल और व्यावहारिक समाधान हैं। दैनिक जीवन में इन्हें आजमा कर देखिए।
अनुक्रमिणका |
||
1 |
घरेलू उबटन |
1 |
2 |
सामान्य त्वचा के घरेलू उबटन |
4 |
3 |
शुष्क त्वचा के घरेलू उबटन |
8 |
4 |
तैलीय त्वचा के घरेलू उबटन |
10 |
5 |
साँवली त्वचा के घरेलू उबटन |
11 |
6 |
बालों की देखभाल |
11 |
7 |
बाल झड़ते हों तो क्या करें? |
12 |
8 |
बालों को काला करना |
14 |
9 |
बालों में रूसी |
15 |
10 |
घर में शैम्पू बनाइये |
16 |
11 |
कंडीश्नर बनाना |
16 |
12 |
चेहरे की देखभाल |
|
13 |
चेहरे पर हल्के बाल होना |
17 |
14 |
धूप में झुलसी त्वचा |
17 |
15 |
मुँहासे कैसे दूर करें? |
17 |
16 |
चेहरे से दाग, धब्बे, झाँई, |
|
17 |
खुरदरापन, मस्से, झुर्रियाँ |
|
18 |
दूर करना |
20 |
19 |
होंठों की देख-भाल |
23 |
20 |
नाखून |
24 |
21 |
पैर |
24 |
22 |
शरीर में बल का संचार |
24 |
23 |
दाग-धब्बे उतारते समय कुछ सावधानियाँ |
25 |
24 |
लोहे या जंग के दाग |
26 |
25 |
बॉल-पेन या मार्किग इंक के दाग |
26 |
26 |
प्रिंटिंग स्याही के दाग |
27 |
27 |
श्याही के धब्बे |
27 |
28 |
फफूँदी के धब्बे |
27 |
29 |
रंग के धब्बे |
28 |
30 |
मोम के धब्बे |
28 |
31 |
परनीने के धब्बे |
28 |
32 |
लिपिस्टिक के दाग |
29 |
33 |
खून व मवाद के दाग |
29 |
34 |
पेशाब का दाग |
30 |
35 |
तेल के धब्बे |
30 |
36 |
तारकोल के धब्बे |
30 |
37 |
दवा के दाग, |
30 |
38 |
ऑयल पेंट, वार्निश के धब्बे |
31 |
39 |
बूट पॉलिश के दाग |
31 |
40 |
च्यूइंगगम ( Chewing gum)के दाग |
31 |
41 |
कार्बन पेपर के धब्बे |
31 |
42 |
कीचड के दाग |
32 |
43 |
काजल व कालिख के दाग |
32 |
44 |
घास के धब्बे |
32 |
45 |
नाखून पॉलिश के दाग |
32 |
46 |
सिन्दूर का दाग |
32 |
47 |
मोहर लगाने वाले मोम के धब्बे |
33 |
48 |
प्रेस के धब्बे |
33 |
49 |
चिकनाई का धब्बा |
33 |
50 |
आइसक्रीम के धब्बे |
34 |
51 |
अण्डे का दाग |
34 |
52 |
पान या कत्थे-के दाग |
34 |
53 |
दूध का धब्बा |
34 |
54 |
चीनी के दाग |
34 |
55 |
चाय के दाग |
35 |
56 |
कॉफी, चॉकलेट के दाग |
35 |
57 |
घी, मक्खन और क्रीम के धब्बे |
36 |
58 |
हल्दी के दाग |
36 |
59 |
साग व फलों के धब्बे |
36 |
60 |
कालर पर पडे धब्बे |
37 |
61 |
साइकिल की ग्रीस के धब्बे |
37 |
62 |
मिट्टी के दाग |
37 |
63 |
बीयर या शराब के धब्बे |
37 |
64 |
टिंचर के दाग |
38 |
65 |
चुकन्दर के धब्बे |
38 |
66 |
कालीन या गलीचे के दाग |
38 |
67 |
ऊनी वस्त्र की धुलाई व देखभाल |
39 |
68 |
सूती व रेशमी कपड़ों पर पुराने धब्बे |
41 |
69 |
रेशमी व सूती वस्त्रों की देखभाल कैरो करें? |
42 |
70 |
कलफ |
43 |
71 |
सामान्य (घरेलू) वस्तुओं के विशिष्ट उपयोग, |
|
72 |
उनकी पहचान और रख-रखाव उपयोग उनकी पहचान और |
|
73 |
रख-रखाव |
45 |
74 |
वनस्पति घी |
45 |
75 |
सरसों व गोले का तेल |
46 |
76 |
तिल्ली का तेल |
47 |
77 |
अलसी का तेल |
47 |
78 |
जैतून का तेल |
48 |
79 |
तारपीन का तेल : चिकित्सीय उपयोग |
48 |
80 |
कैस्टर ऑयल |
48 |
81 |
पेट्रोल |
49 |
82 |
फिनायल |
49 |
83 |
दूध-पनीर-मक्खन |
50 |
84 |
दही व दही-बड़े |
52 |
85 |
पानी |
53 |
86 |
बर्फ |
54 |
87 |
गुलाब जल |
55 |
88 |
आटा व रोटी |
55 |
89 |
डबल रोटी |
57 |
90 |
इडली- डोसा |
57 |
91 |
केक-कस्टर्ड |
58 |
92 |
अचार |
58 |
93 |
शहद |
59 |
94 |
चाय |
60 |
95 |
कॉफी |
61 |
96 |
नमक |
61 |
97 |
काली मिर्च |
64 |
98 |
दालें |
65 |
99 |
चावल |
66 |
100 |
मक्की (भुट्टा) |
67 |
101 |
हींग |
68 |
102 |
राई, धनिया |
69 |
103 |
अजवाइन |
69 |
104 |
हल्दी |
69 |
105 |
लौंग |
70 |
106 |
केसर |
71 |
107 |
इलायची |
71 |
108 |
चीनी |
71 |
109 |
गुड़ |
71 |
110 |
सब्जियाँ कुछ विशेष बातें |
72 |
111 |
घर में सब्जियाँ सुखाएँ |
78 |
112 |
आलू |
79 |
113 |
प्याज |
81 |
114 |
लहसुन |
83 |
115 |
नीबू |
83 |
116 |
पोदीना |
86 |
117 |
पालक |
86 |
118 |
इमली |
86 |
119 |
छिलके |
86 |
120 |
सन्तरा |
86 |
121 |
खरबूजा |
87 |
122 |
सिरका |
87 |
123 |
साबुन |
90 |
124 |
टीनोपाल-नील |
91 |
125 |
बोरेक्स (Borax) |
92 |
126 |
ग्लिसरीन (Glycerine) |
92 |
127 |
वैसलीन |
93 |
128 |
फिटकरी |
93 |
129 |
मोम (Wax) |
93 |
130 |
समुद्र फेन |
94 |
131 |
अमोनिया (Ammonia) |
94 |
132 |
पोटेशियम परमैंगनेट |
95 |
133 |
नमक का तेजाब |
95 |
134 |
दियासलाई |
95 |
135 |
हाथी-दाँत |
96 |
136 |
मिट्टी का तेल : सफाई में विशिष्ट उपयोग |
96 |
137 |
सोडा : सफाई तथा अन्य उपयोग |
97 |
138 |
शराब |
99 |
139 |
मांस |
99 |
140 |
सिगरेट |
99 |
141 |
चूना |
99 |
142 |
कोयला |
100 |
143 |
भजन |
100 |
144 |
पेस्ट |
100 |
145 |
शेविंग क्रीम |
101 |
146 |
सरेस |
101 |
147 |
जैम, मुरब्बे, कस्टर्ड |
101 |
148 |
सेम |
101 |
149 |
तुलसी की पत्ती |
101 |
150 |
नीम की पत्तियों |
101 |
151 |
कपूर |
102 |
152 |
मोजे |
102 |
153 |
आभूषण साफ करने के विभिन्न तरीके |
103 |
154 |
फ्रिज का रख-रखाव तथा सही उपयोग |
105 |
155 |
मेहँदी : बनाने की विधि तथा रचाने के तरीके |
107 |
156 |
अखबार-ब्लाटिंग पेपर के उपयोग |
109 |
157 |
बल्व |
109 |
158 |
घास की देख-भाल |
110 |
159 |
पेड़-पौधे |
110 |
160 |
फूलदान में ताजे फूल कैसे रहें? |
110 |
161 |
फर्नीचर पर दाग-धब्बे |
114 |
162 |
बाँस या बेंत का फर्नीचर |
115 |
163 |
सनमाइका |
116 |
164 |
सोफे की सफाई |
116 |
165 |
टाइलों की सफाई |
116 |
166 |
संगमरमर का फर्श |
117 |
167 |
पत्थर का फर्श |
117 |
168 |
चिप्स का फर्श |
117 |
169 |
लकड़ी का फर्श |
117 |
170 |
लिनोलियम का फर्श |
117 |
171 |
जलने पर घरेलू उपचार |
118 |
172 |
जूते-चप्पल की देखभाल |
120 |
173 |
चमड़ा |
122 |
174 |
माँस-मछली |
123 |
175 |
विविध उपयोगी नुस्खे |
124 |
लेखिका के विषय में
निवेदन
चीजों के बार-बार प्रयोग से उनमें छोटी-मोटी खराबी आ जाती है या वे बेकार-सी हो जाती हैं। अगर उनके रख-रखाव में थोडी-रवी सावधानी बरती जाए तो वे लम्बे समय तक उपयोगी रह सकती हैं। यदि उन्हें ठीक नहीं किया जा सकता, तो उन से कुछ नया अवश्य बनाया जा सकता है।
गृहिणियाँ अचार, आइसक्रीम, जैम, जेली आदि बनाते समय रसोई में कुछ बातों का ध्यान रखें तो ये चीजें ज्यादा टिकाऊ और अच्छी बन सकती हैं। कपड़ों पर पड़े दाग व आभूषणों की सफाई भी एक समस्या है जिसके लिए बाहर पैसे खर्च करने पड़ते हैं। गरम व साधारण कपडों की धुलाई, सिलाई और रख-रखाव, सामानों से आती दुर्गध, मन्की, मच्छर और कीड़ों से सुरक्षा जैसी अनेक बातें अक्सर हमारे सामने आती हैं। इनके अलावा कमरे के फर्नीचर, प्लास्टिक के सामान, दीवार खिडकियाँ दरी-गलीचे हमेशा साफ सुंदर और नए दिखे, इसका भी सभी को शौक होता है।
फिसलन भरे बाथरूम में, गलते साबुन से नहाना कोई भी पसंद नहीं करता। यदि समस्या से मुक्ति पाने का छोटा-सा आसान उपाय सामने हो तो कौन नहीं आजमाना चाहेगा? चमचमाते जूते और साफ मोजे पहनना किरने नहीं पसंद? इन सबके लिए बार-बार पैसे लगाना या खराब हो जाने पर फेंक देना कहीं तक सभव है?
इसलिए इस पुस्तक में, ऐसी सभी समस्याओ के समाधान, लगभग 2000 से भी अधिक छोटे, सरल और व्यावहारिक उपाय बताए गए हैं। जो बहुत कम खर्च में, घर मे ही आजमाए जा सकते हैं।
रोजमर्रा की ऐसी परेशानियाँ और समस्याए यदि आसानी से हल हो जाए तो कितना अच्छा है! चीजों की सुरक्षा और पैसे की बचत दोनो होंगी।
इस दृष्टि से यह पुस्तक पाठकों के लिए बहुत उपयोगी है इस पुस्तक में ऐसी समस्याओं के सरल और व्यावहारिक समाधान हैं। दैनिक जीवन में इन्हें आजमा कर देखिए।
अनुक्रमिणका |
||
1 |
घरेलू उबटन |
1 |
2 |
सामान्य त्वचा के घरेलू उबटन |
4 |
3 |
शुष्क त्वचा के घरेलू उबटन |
8 |
4 |
तैलीय त्वचा के घरेलू उबटन |
10 |
5 |
साँवली त्वचा के घरेलू उबटन |
11 |
6 |
बालों की देखभाल |
11 |
7 |
बाल झड़ते हों तो क्या करें? |
12 |
8 |
बालों को काला करना |
14 |
9 |
बालों में रूसी |
15 |
10 |
घर में शैम्पू बनाइये |
16 |
11 |
कंडीश्नर बनाना |
16 |
12 |
चेहरे की देखभाल |
|
13 |
चेहरे पर हल्के बाल होना |
17 |
14 |
धूप में झुलसी त्वचा |
17 |
15 |
मुँहासे कैसे दूर करें? |
17 |
16 |
चेहरे से दाग, धब्बे, झाँई, |
|
17 |
खुरदरापन, मस्से, झुर्रियाँ |
|
18 |
दूर करना |
20 |
19 |
होंठों की देख-भाल |
23 |
20 |
नाखून |
24 |
21 |
पैर |
24 |
22 |
शरीर में बल का संचार |
24 |
23 |
दाग-धब्बे उतारते समय कुछ सावधानियाँ |
25 |
24 |
लोहे या जंग के दाग |
26 |
25 |
बॉल-पेन या मार्किग इंक के दाग |
26 |
26 |
प्रिंटिंग स्याही के दाग |
27 |
27 |
श्याही के धब्बे |
27 |
28 |
फफूँदी के धब्बे |
27 |
29 |
रंग के धब्बे |
28 |
30 |
मोम के धब्बे |
28 |
31 |
परनीने के धब्बे |
28 |
32 |
लिपिस्टिक के दाग |
29 |
33 |
खून व मवाद के दाग |
29 |
34 |
पेशाब का दाग |
30 |
35 |
तेल के धब्बे |
30 |
36 |
तारकोल के धब्बे |
30 |
37 |
दवा के दाग, |
30 |
38 |
ऑयल पेंट, वार्निश के धब्बे |
31 |
39 |
बूट पॉलिश के दाग |
31 |
40 |
च्यूइंगगम ( Chewing gum)के दाग |
31 |
41 |
कार्बन पेपर के धब्बे |
31 |
42 |
कीचड के दाग |
32 |
43 |
काजल व कालिख के दाग |
32 |
44 |
घास के धब्बे |
32 |
45 |
नाखून पॉलिश के दाग |
32 |
46 |
सिन्दूर का दाग |
32 |
47 |
मोहर लगाने वाले मोम के धब्बे |
33 |
48 |
प्रेस के धब्बे |
33 |
49 |
चिकनाई का धब्बा |
33 |
50 |
आइसक्रीम के धब्बे |
34 |
51 |
अण्डे का दाग |
34 |
52 |
पान या कत्थे-के दाग |
34 |
53 |
दूध का धब्बा |
34 |
54 |
चीनी के दाग |
34 |
55 |
चाय के दाग |
35 |
56 |
कॉफी, चॉकलेट के दाग |
35 |
57 |
घी, मक्खन और क्रीम के धब्बे |
36 |
58 |
हल्दी के दाग |
36 |
59 |
साग व फलों के धब्बे |
36 |
60 |
कालर पर पडे धब्बे |
37 |
61 |
साइकिल की ग्रीस के धब्बे |
37 |
62 |
मिट्टी के दाग |
37 |
63 |
बीयर या शराब के धब्बे |
37 |
64 |
टिंचर के दाग |
38 |
65 |
चुकन्दर के धब्बे |
38 |
66 |
कालीन या गलीचे के दाग |
38 |
67 |
ऊनी वस्त्र की धुलाई व देखभाल |
39 |
68 |
सूती व रेशमी कपड़ों पर पुराने धब्बे |
41 |
69 |
रेशमी व सूती वस्त्रों की देखभाल कैरो करें? |
42 |
70 |
कलफ |
43 |
71 |
सामान्य (घरेलू) वस्तुओं के विशिष्ट उपयोग, |
|
72 |
उनकी पहचान और रख-रखाव उपयोग उनकी पहचान और |
|
73 |
रख-रखाव |
45 |
74 |
वनस्पति घी |
45 |
75 |
सरसों व गोले का तेल |
46 |
76 |
तिल्ली का तेल |
47 |
77 |
अलसी का तेल |
47 |
78 |
जैतून का तेल |
48 |
79 |
तारपीन का तेल : चिकित्सीय उपयोग |
48 |
80 |
कैस्टर ऑयल |
48 |
81 |
पेट्रोल |
49 |
82 |
फिनायल |
49 |
83 |
दूध-पनीर-मक्खन |
50 |
84 |
दही व दही-बड़े |
52 |
85 |
पानी |
53 |
86 |
बर्फ |
54 |
87 |
गुलाब जल |
55 |
88 |
आटा व रोटी |
55 |
89 |
डबल रोटी |
57 |
90 |
इडली- डोसा |
57 |
91 |
केक-कस्टर्ड |
58 |
92 |
अचार |
58 |
93 |
शहद |
59 |
94 |
चाय |
60 |
95 |
कॉफी |
61 |
96 |
नमक |
61 |
97 |
काली मिर्च |
64 |
98 |
दालें |
65 |
99 |
चावल |
66 |
100 |
मक्की (भुट्टा) |
67 |
101 |
हींग |
68 |
102 |
राई, धनिया |
69 |
103 |
अजवाइन |
69 |
104 |
हल्दी |
69 |
105 |
लौंग |
70 |
106 |
केसर |
71 |
107 |
इलायची |
71 |
108 |
चीनी |
71 |
109 |
गुड़ |
71 |
110 |
सब्जियाँ कुछ विशेष बातें |
72 |
111 |
घर में सब्जियाँ सुखाएँ |
78 |
112 |
आलू |
79 |
113 |
प्याज |
81 |
114 |
लहसुन |
83 |
115 |
नीबू |
83 |
116 |
पोदीना |
86 |
117 |
पालक |
86 |
118 |
इमली |
86 |
119 |
छिलके |
86 |
120 |
सन्तरा |
86 |
121 |
खरबूजा |
87 |
122 |
सिरका |
87 |
123 |
साबुन |
90 |
124 |
टीनोपाल-नील |
91 |
125 |
बोरेक्स (Borax) |
92 |
126 |
ग्लिसरीन (Glycerine) |
92 |
127 |
वैसलीन |
93 |
128 |
फिटकरी |
93 |
129 |
मोम (Wax) |
93 |
130 |
समुद्र फेन |
94 |
131 |
अमोनिया (Ammonia) |
94 |
132 |
पोटेशियम परमैंगनेट |
95 |
133 |
नमक का तेजाब |
95 |
134 |
दियासलाई |
95 |
135 |
हाथी-दाँत |
96 |
136 |
मिट्टी का तेल : सफाई में विशिष्ट उपयोग |
96 |
137 |
सोडा : सफाई तथा अन्य उपयोग |
97 |
138 |
शराब |
99 |
139 |
मांस |
99 |
140 |
सिगरेट |
99 |
141 |
चूना |
99 |
142 |
कोयला |
100 |
143 |
भजन |
100 |
144 |
पेस्ट |
100 |
145 |
शेविंग क्रीम |
101 |
146 |
सरेस |
101 |
147 |
जैम, मुरब्बे, कस्टर्ड |
101 |
148 |
सेम |
101 |
149 |
तुलसी की पत्ती |
101 |
150 |
नीम की पत्तियों |
101 |
151 |
कपूर |
102 |
152 |
मोजे |
102 |
153 |
आभूषण साफ करने के विभिन्न तरीके |
103 |
154 |
फ्रिज का रख-रखाव तथा सही उपयोग |
105 |
155 |
मेहँदी : बनाने की विधि तथा रचाने के तरीके |
107 |
156 |
अखबार-ब्लाटिंग पेपर के उपयोग |
109 |
157 |
बल्व |
109 |
158 |
घास की देख-भाल |
110 |
159 |
पेड़-पौधे |
110 |
160 |
फूलदान में ताजे फूल कैसे रहें? |
110 |
161 |
फर्नीचर पर दाग-धब्बे |
114 |
162 |
बाँस या बेंत का फर्नीचर |
115 |
163 |
सनमाइका |
116 |
164 |
सोफे की सफाई |
116 |
165 |
टाइलों की सफाई |
116 |
166 |
संगमरमर का फर्श |
117 |
167 |
पत्थर का फर्श |
117 |
168 |
चिप्स का फर्श |
117 |
169 |
लकड़ी का फर्श |
117 |
170 |
लिनोलियम का फर्श |
117 |
171 |
जलने पर घरेलू उपचार |
118 |
172 |
जूते-चप्पल की देखभाल |
120 |
173 |
चमड़ा |
122 |
174 |
माँस-मछली |
123 |
175 |
विविध उपयोगी नुस्खे |
124 |